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प्यार का पोपट

Shobhnath ki kavita
Shobhnath ki kavita
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उनसे नज़रे मिली तो उन्होंने मुस्कुरा दिया,
उनकी मुस्कराहट ने मेरे दिल को गुब्बारे की तरह फुल्ला दिया

मै सोना चाहता था उनकी गोद में,
पर उन्होंने अपने भाइयो से कह के हॉस्पिटल के बेड पे सुला दिया

हॉस्पिटल के बेड पे मै दर्द से कराह रहा था,
आंख खुली तो वही चेहरा सामने मुस्कुरा रहा था

मेरा दिल रूपी गुब्बारा फिर हवा में उड़ने लगा,
लेकिन उसके भाई की याद आई हवा निकली और मै गिरने लगा

मैंने उनसे कहा …, दर्द दिया …. ठीक किया …,
पर दावा मत दो वरना reaction कर जायेगा

ये बच्चा बच्चा पैदा करने की सोच रहा है …,
पर लगता है बचपने में ही मर जायेगा

उन्होंने मुस्कुरा के कहा आप गलत्फ्हह्मी के शिकार हो गए,
बिना गलती के ही हलाल हो गए

मेरे भैएयो को आपके दोस्त रामू का लव लैटर मिल गया,
उनके गुस्से से पूरा घर हिल गया

अब मुझे मेरी इज्ज़त बचानी थी,
किसी को बलि का बकरा बनाना था

सॉरी मुझे माफ़ करना,
मेरे और रामू के प्यार का रास्ता साफ़ करना

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